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| credit by - Dainik jagran |
दरभंगा की शांत रात अचानक चीखों और ब्रेक की चरमराहट से गूंज उठी, जब एक बेकाबू ट्रक ने शहर की सड़कों पर कहर बरपा दिया। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे तेज़ रफ्तार से दौड़ता हुआ ट्रक अंधेरे में बिना रुके आगे बढ़ता गया — मानो किसी तूफान ने सड़क पकड़ ली हो।
यह कोई आम ट्रैफिक हादसा नहीं था।
यह था — लापरवाही, सिस्टम की खामोशी और सैकड़ों जानों की किस्मत का टकराव।
क्या हुआ उस रात?
ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया था — या कहें कि नियंत्रण था ही नहीं। अंधेरे में ट्रक जिस स्पीड से भाग रहा था, उसे देखकर देखने वालों की रूह कांप गई।
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ट्रक सड़कों पर इधर-उधर झूलता रहा
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पैदल चल रहे लोग भागकर जान बचाते दिखे
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कुछ ने मोबाइल में रिकॉर्ड किया, कुछ ने पुलिस को फोन मिलाया
और वो पल... जब ट्रक एक भीड़ के करीब से गुज़रा — सबकी सांसें थम गईं।
बस चमत्कार था कि कोई मरा नहीं" — एक चश्मदीद की जुबानी
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया —
"मैं तो दुकान समेट ही रहा था कि दूर से हॉर्न की आवाज़ आई... फिर जैसे कोई ट्रेन निकल गई हो! बच्चे, महिलाएं सब इधर-उधर दौड़ने लगे। आज अगर भगवान की कृपा नहीं होती, तो न जाने क्या हो जाता!"
स्थानीय प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
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क्या ट्रक का ब्रेक फेल था या चालक नशे में था?
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रात के समय भारी वाहन शहर के भीतर कैसे चलाए जा रहे हैं?
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क्या ट्रैफिक पुलिस सिर्फ नाम की रह गई है?
और सबसे बड़ा सवाल — अगर अगली बार ये हादसा और बड़ा होता तो?
जनता का गुस्सा फूटा
घटना के बाद क्षेत्र में भारी भीड़ जमा हो गई।
“हमारी जान कोई मायने नहीं रखती क्या?”, ये सवाल हर किसी की जुबान पर था।
लोगों ने सड़कों पर उतरकर नारेबाज़ी की, प्रशासन से जवाब मांगा और मांग रखी:
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रात में भारी वाहनों की एंट्री बंद की जाए
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ट्रैफिक पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए
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दोषी चालक को तुरंत गिरफ़्तार किया जाए
निष्कर्ष: अब बस दुआ नहीं, एक्शन चाहिए!
दरभंगा जैसे शहर में ऐसी घटनाएं अब नियमित होती जा रही हैं।
लेकिन क्या हम सिर्फ वीडियो बनाकर वायरल करते रहेंगे, या अब आवाज़ उठाएँगे?
अगर आप भी चाहते हैं कि ऐसी लापरवाही न हो, तो इस खबर को शेयर करें।
आवाज़ उठाएं। प्रशासन को जगाएं।
